चिचोली :- वन्य जीव एवं पर्यावरण को करीब से अनुभव कराने के लिए
परिक्षेत्र गवासेन सामान्य मुख्यालय कुरचना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा
अनुभूति कैंप का आयोजन किया गया ! मध्य प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड एवं
पश्चिम वन मंडल बैतूल सामान्य के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कैंप में
खोखरा खेड़ा गवासेन हर्रई एवं दरियावगंज के स्कूली विद्यार्थियों ने भाग
लिया ! और वन्य जीव औषधि पौधे के विषय में रोचक जानकारी , मानव जीवन में
इनकी उपयोगिता और उनका उनके संरक्षण के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की
! इस आयोजन में ट्रेनर के रूप में उपस्थित श्री कुशवाहा ,के पी भालसे ,
द्वारा स्कूली बच्चों को विभिन्न प्रकार के पक्षियों जैसे , बाज धनेश
फाख्ता , लावा आदि के बारे में जानकारी देकर, उन्हें दूरबीन के माध्यम से
दिखाया गया ! साथ ही पेड़ पौधों की विलुप्त प्रजातियों में कुल्लू और बहुत
कम पाए जाने वाले वृक्षों के बारे में जानकारी दी गई ! एवं उनके संरक्षण
तथा महत्व के बारे में बताया । वृक्षों में चिरौंजी अमलतास ,बेड़ा आंवला
बेल भीलवा ,पलाश ,दूधी , का मानव जीवन में उपयोग एवं उनका औषधि महत्व
धार्मिक महत्व के बारे में भी बतलाया गया ! आयोजन के दौरान स्कूली बच्चों
ने मालकाजी ,अपामार्ग आदि ,औषधीय पौधों को देखा, एवं इनके बारे में
विस्तार से जाना एवं अनुभव प्राप्त किया ! विभिन्न प्रतियोगिताओं के
माध्यम से बच्चों ने चित्रकला इत्यादि भाग लेकर , प्रथम , द्वितीय, एवं
तृतीय पुरस्कार प्राप्त किए ! आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम
वनमंडलाधिकारी , अनुराग कुमार उपमंडलाधिकारी के पी भालसे , वन परिक्षेत्र
अधिकारी ,जय कुमार धुर्वे , परिक्षेत्र सहायक मनीष ठाकुर परिक्षेत्र सहायक
के के साकरे , काजले , झ्न्द्रजीत गौतम , एवं वन रक्षण मौजूद रहे !
चिचोली :- वन्य जीव एवं पर्यावरण को करीब से अनुभव कराने के लिए
परिक्षेत्र गवासेन सामान्य मुख्यालय कुरचना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा
अनुभूति कैंप का आयोजन किया गया ! मध्य प्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड एवं
पश्चिम वन मंडल बैतूल सामान्य के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कैंप में
खोखरा खेड़ा गवासेन हर्रई एवं दरियावगंज के स्कूली विद्यार्थियों ने भाग
लिया ! और वन्य जीव औषधि पौधे के विषय में रोचक जानकारी , मानव जीवन में
इनकी उपयोगिता और उनका उनके संरक्षण के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की
! इस आयोजन में ट्रेनर के रूप में उपस्थित श्री कुशवाहा ,के पी भालसे ,
द्वारा स्कूली बच्चों को विभिन्न प्रकार के पक्षियों जैसे , बाज धनेश
फाख्ता , लावा आदि के बारे में जानकारी देकर, उन्हें दूरबीन के माध्यम से
दिखाया गया ! साथ ही पेड़ पौधों की विलुप्त प्रजातियों में कुल्लू और बहुत
कम पाए जाने वाले वृक्षों के बारे में जानकारी दी गई ! एवं उनके संरक्षण
तथा महत्व के बारे में बताया । वृक्षों में चिरौंजी अमलतास ,बेड़ा आंवला
बेल भीलवा ,पलाश ,दूधी , का मानव जीवन में उपयोग एवं उनका औषधि महत्व
धार्मिक महत्व के बारे में भी बतलाया गया ! आयोजन के दौरान स्कूली बच्चों
ने मालकाजी ,अपामार्ग आदि ,औषधीय पौधों को देखा, एवं इनके बारे में
विस्तार से जाना एवं अनुभव प्राप्त किया ! विभिन्न प्रतियोगिताओं के
माध्यम से बच्चों ने चित्रकला इत्यादि भाग लेकर , प्रथम , द्वितीय, एवं
तृतीय पुरस्कार प्राप्त किए ! आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम
वनमंडलाधिकारी , अनुराग कुमार उपमंडलाधिकारी के पी भालसे , वन परिक्षेत्र
अधिकारी ,जय कुमार धुर्वे , परिक्षेत्र सहायक मनीष ठाकुर परिक्षेत्र सहायक
के के साकरे , काजले , झ्न्द्रजीत गौतम , एवं वन रक्षण मौजूद रहे !

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